मनीष सिसोदिया का जन्म 5 जनवरी 1972 को फगोटा गांव, हापुड़, उत्तर प्रदेश में हुआ। उनका बचपन एक साधारण परिवार में बीता और शिक्षा के प्रति उनकी गहरी रुचि बचपन से ही दिखाई दी। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा किया और आगे की शिक्षा भारतीय विद्या भवन से पूरी की। आज हम आपको इस आर्टिकल में Manish Sisodia Biography डिटेल में बताने वाले है।
Manish Sisodia Biography Overview
नाम | मनीष सिसोदिया |
उम्र | 51 साल |
जन्म तारीख | 5 जनवरी 1972 |
जन्म स्थान | फगोटा गांव, हापुड़, उत्तर प्रदेश |
शिक्षा | पत्रकारिता में डिप्लोमा |
कॉलेज | भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली |
वर्तमान पद | दिल्ली के उपमुख्यमंत्री |
राजनीतिक दल | आम आदमी पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | स्व. धर्मपाल सिंह (सरकारी टीचर) |
पत्नी का नाम | सीमा सिसोदिया |
बच्चे | 1 बेटा |
बेटे का नाम | मीर सिसोदिया |
मनीष सिसोदिया का जन्म और परिवार
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का जन्म 5 जनवरी 1972 को उत्तर प्रदेश के हापुड़ शहर में हुआ था। वे एक राजपूत हिंदू परिवार से आते हैं। उनके पिता का नाम धर्मपाल सिंह था, जिनका निधन हो गया। धर्मपाल सिंह की माँ गृहिणी हैं, और वे एक सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में काम करते थे। 1998 में मनीष ने सीमा सिसोदिया से विवाह किया, जो पहले एक पेशेवर थीं। सीमा ने अपनी नौकरी छोड़ दी और अब एक पूर्णकालिक गृहिणी हैं। मीर सिसोदिया मनीष सिसोदिया के बेटे (मनीष सिसोदिया पुत्र) का नाम है। मीर बीएससी की पढ़ाई कर रहे हैं।
मनीष सिसोदिया की शिक्षा
मनीष सिसोदिया की शैक्षणिक पृष्ठभूमि के बारे में खबरों में बताया गया है कि दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा किया। आपको बता दें कि मनीष ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में की थी। इसके अलावा, अपने शुरुआती करियर के दौरान उन्होंने एक एफएम रेडियो स्टेशन में रेडियो जॉकी के रूप में काम किया। इसके अलावा, मनीष सिसोदिया एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। मीडिया में काम करने के दौरान ही उनकी अरविंद केजरीवाल से जान-पहचान हुई।
राजनीतिक करियर
अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत थे। दोनों ने 2006-07 तक राजनीति में आने की योजना नहीं बनाई थी। लेकिन सिसोदिया और केजरीवाल ने देश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए राजनीति में उतरने का फैसला किया। 2 अक्टूबर 2012 को अरविंद केजरीवाल ने एक राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की और मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार विरोधी व्यवस्था की उनकी खोज में उनका साथ देने के लिए राजनीति के मैदान में उतरे। अरविंद केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। इसके अलावा वे इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य भी हैं।
मनीष ने पहली बार 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP के टिकट पर पटपड़गंज सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नकुल भारद्वाज को 11,476 वोटों से हराया। इसके बाद 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में विधायक के तौर पर पटपड़गंज सीट पर भाजपा उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की।
संपत्ति
मनीष सिसोदिया की संपत्ति और लेन-देन विवाद का विषय है। उनसे पूछताछ के बाद उन्हें देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी ने हिरासत में ले लिया। ऐसे में उनकी संपत्ति के बारे में आधिकारिक रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। बुनियादी जानकारी देने वाली वेबसाइट ने किसी भी विवाद को रोकने के लिए उनका नाम हटा दिया है। इसके अलावा, ऑनलाइन मिली अलग-अलग जानकारी की पुष्टि नहीं की जा सकती। इसलिए, इसके बारे में जानकारी यहाँ देना अनुचित होगा।
विवाद
शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया का नाम सामने आया है। इसके अलावा, उन पर कई गंभीर आरोप भी लगे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने शिक्षा मंत्री और उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन पर शराब कानून में ठेकेदारों के फायदे के लिए बदलाव करने का आरोप है। हालांकि, सिसोदिया ने इन आरोपों को झूठा बताया है। उनका दावा है कि छोटी-मोटी राजनीति के चलते उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।
निष्कर्ष
Manish Sisodia Biography, पत्रकार से दिल्ली के उपमुख्यमंत्री तक मनीष सिसोदिया का सफर सीखने और जनता की सेवा के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। उनके उल्लेखनीय योगदान के बावजूद उनका करियर विवादों से घिरा रहा है; उन्होंने शराब घोटाले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। उनके प्रभाव और विरासत पर अभी भी गरमागरम बहस होती है।